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पेट में जलन और एसिडिटी क्यों होती है?

पेट में जलन और एसिडिटी क्यों होती है?

पेट में जलन और एसिडिटी क्यों होती है?  समस्या दिनभर उतनी ही क्षताक्षाति का विषय बनती जा रही है। हर रोज़, सभी के बीच यह एक आम समस्या है। बदलती लाइफस्टाइल और हमारे खान पान का तरीका, दिनभर कई लोगों को छाती में जलन, गैस और लगातार असहज महसूस होने का कारण बन जाता है। कुछ लोग इसे कुछ हल्की समस्या मानते हुए नजरअंदाज कर देते हैं परंतु यदि हम लोग इसे हील न करें, तो इससे गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं और ये सामान्य पाचन समस्या का भी मुख्य कारण है।

हम इस ब्लॉग में एक साधारण भाषा में, पेट में जलन और एसिडिटी के कारण को समझायेंगे कि आखिर ये क्यों होता है और इससे हम राहत कैसे पा सकते हैं। अगर आप भी दिनभर इसी समस्या से जूझ रहे हैं और एक सही और समझने योग्य समाधान की तलाश में हैं तो यह पढ़ाई आपको जरूर उपयोगी लाभान्वित करेगी।

पेट में जलन और एसिडिटी क्या है?

पेट में जलन और एसिडिटी एक आम पाचन समस्या है, जिसमें पेट में एसिड की दशा खराब हो जाती है। पेट में बनने वाला एसिड कुछ लोगों के लिए जरूरत से ज़्यादा मात्रा में या गलत दिशा में काम करने लगता है, जिसके कारण पेट का एसिड ऊपर की ओर भोजन नली (Food Pipe) में आने लगता है। ऐसा होते ही छाती या पेट में जलन की इशारे मिलते हैं – यही एसिडिटी, हार्टबर्न या एसिड रिफ्लक्स की समस्या है। अक्सर खट्टी डकार, सीने में जलन और पेट में भारीपन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

कब-कब, छोटी-मोटी समस्याएं मान ली जाती है, लेकिन अगर पेट में जलन और एसिडिटी बार-बार होने लगे तो यह GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) का लक्षण हो सकता है। इसमें भोजन नली के निचले सिरे की मांसपेशी (LES) कमजोर हो जाती है और पेट का एसिड भोजन नली में ऊपर आने लगता है। अगर समय पर सही इलाज नहीं मिलता है, तो यह समस्या पाचन तंत्र को नुकसान पहुँचा सकती है, इसलिए उन्हें समझना और पहचानना बहुत जरूरी है।

 पेट में जलन और एसिडिटी के मुख्य कारण

पेट में जलन और एसिडिटी क्यों होती है, इसे समझने के लिए सबसे पहले इसके मुख्य कारण जानना जरूरी है। यह समस्या केवल खाने-पीने की आदतों की वजह से नहीं होती, बल्कि लाइफस्टाइल और कुछ शारीरिक कारण भी इसमें योगदान देते हैं। सही जानकारी होने पर आप अपनी आदतों में बदलाव कर इसे नियंत्रित कर सकते हैं।

1. गलत खान-पान

  • मसालेदार और तला-भुना खाना: अधिक मसाले, तेल और फ्राइड फूड से पेट में एसिड बढ़ता है।
  • जंक फूड और तेज़ भोजन: फास्ट फूड और अधिक कैफीन वाले पेय पेट में जलन को बढ़ाते हैं।
  • अधिक खट्टा या टमाटर: नींबू, टमाटर और अन्य एसिडिक फल पेट की एसिडिटी बढ़ा सकते हैं।

2. लाइफस्टाइल फैक्टर्स

  • भारी भोजन के बाद लेटना: खाना खाने के तुरंत बाद सोने से एसिड रिफ्लक्स बढ़ता है।
  • तनाव और अनियमित जीवनशैली: मानसिक तनाव पेट में एसिड बढ़ा सकता है।
  • धूम्रपान और शराब का सेवन: यह पेट की सुरक्षात्मक परत को कमजोर करता है।

3. शारीरिक कारण

  • LES (Lower Esophageal Sphincter) कमजोर होना: यह वाल्व पेट से एसिड को भोजन नली में जाने से रोकता है, और इसकी कमजोरी एसिडिटी का मुख्य कारण बनती है।
  • हाइटल हर्निया: पेट का हिस्सा डायफ्राम के माध्यम से ऊपर चला जाए तो एसिड रिफ्लक्स बढ़ सकता है।
  • मोटापा या पेट की चर्बी: अधिक वजन भी पेट की दबाव बढ़ाकर एसिडिटी में योगदान करता है।

4. अन्य कारण

  • गर्भावस्था: हार्मोनल बदलाव और बढ़ते गर्भाशय का दबाव पेट में एसिड बढ़ा सकता है।
  • कुछ दवाइयां: दर्द निवारक, ब्लड प्रेशर की दवाइयां, और कुछ एंटीबायोटिक्स पेट में जलन बढ़ा सकते हैं।

यह जानना जरूरी है कि पेट में जलन और एसिडिटी केवल असुविधा नहीं है, बल्कि यह आपके पाचन तंत्र के स्वास्थ्य का संकेत भी हो सकता है। अगली सेक्शन में हम इसके लक्षण और संकेतों के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिससे आप समय रहते सही कदम उठा सकें।

 पेट में जलन और एसिडिटी के लक्षण

पेट में जलन और एसिडिटी के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे दिखते हैं, लेकिन इन्हें पहचानना जरूरी है ताकि समय रहते सही इलाज किया जा सके। मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:

1. सीने में जलन (Heartburn: यह सबसे आम लक्षण है। खाने के बाद या लेटने पर सीने में जलन महसूस होना पेट में एसिड की अधिकता का संकेत देता है।

2. खट्टी डकार (Acidic Burps): बार-बार खट्टी डकार आना भी एसिडिटी का प्रमुख संकेत है। यह आमतौर पर पेट में जमा गैस और एसिड के कारण होता है।

3. पेट में भारीपन या बेचैनी (Stomach Discomfort): भारी भोजन के बाद पेट में भारीपन, जलन या दबाव महसूस होना आम है। इससे भूख कम लग सकती है और दिनभर असहज महसूस होता है।

4. गले में जलन या खराश (Throat Irritation): एसिड पेट से ऊपर गले तक पहुंच सकता है, जिससे गले में जलन या खराश हो सकती है। यह लक्षण अक्सर GERD (गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डिज़ीज़) के संकेत भी होते हैं।

5. मतली या उल्टी (Nausea or Vomiting): कुछ मामलों में पेट में अत्यधिक एसिड बनने से मतली या उल्टी भी हो सकती है।

6. अनियमित डिफ़ेकेशन या कब्ज (Digestive Issues): गैस बनना, पेट फूलना, या कब्ज जैसी समस्याएं भी एसिडिटी और पेट जलन से जुड़ी हो सकती हैं।

कब डॉक्टर से मिलें?

पेट में जलन और एसिडिटी अक्सर सामान्य जीवनशैली या खान-पान की वजह से होती है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि कब आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

निम्नलिखित संकेत होने पर डॉक्टर से मिलें:

  • लगातार या बढ़ती जलन: यदि पेट में जलन और एसिडिटी लंबे समय तक लगातार बनी रहती है।
  • रक्तवाला उल्टी या काले स्टूल: यह पाचन तंत्र में घातक समस्या का संकेत हो सकता है।
  • निगलने में कठिनाई: खाना या पानी निगलने में परेशानी महसूस होना।
  • अचानक वजन कम होना: बिना किसी डाइट या एक्सरसाइज के वजन में तेज गिरावट।
  • छाती में तेज दर्द या सांस लेने में कठिनाई: इसे कभी भी अनदेखा न करें।

प्रभावी घरेलू उपाय

पेट में जलन और एसिडिटी से राहत पाने के लिए कुछ सरल और असरदार घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं। ये तरीके न सिर्फ तुरंत आराम देते हैं बल्कि लंबे समय में पेट की सेहत भी सुधारते हैं।

1. खाना खाने के तरीके में कुछ बदलाव करें

  • दिन में नियमित छोटे और हल्के भोजन लें जिससे पेट पर दबाव कम रहता है।
  • टेस्टी वाले मसालेदार, तले – भूने और तेज़ खट्टे भोजन से दूर रहें।
  • कैफीन और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स की मात्रा बंद कर दें, यानी हाथ से कम पिया।
  • खाने के बाद सीधे लेटने से कोसों दूर रहें, हफ्ते भर कम से कम 2-3 घंटे इनर्टी में रहें।

2. खाने के लिए कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ जो पेट की जलन को कम कर सकते हैं:

  • केला, दूध, और ओट्स जैसे हल्के और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ पेट की जलन को निकलने में मदद देते हैं।
  • अदरक और पुदीना की चाय हल्के एसिडिटी के लिए काम कर सकती है।
  • पेट की जलन में तुरंत आराम मिल जाए उसमें ठंडा पानी पीने की काफी कोशिश करें।

3. लाइफस्टाइल बेहतर बनाने के कुछ उपाय

  • दिनभर में छोटे-छोटे अंतराल पर खाना और पर्याप्त पीने की आदत डालें।
  • तनाव कम करने के लिए योग, हल्की एक्सरसाइज और गहरी सांस लेने की कोशिश करें।
  • धूम्रपान और शराब से दूर रहें, क्योंकि ये थोड़ी देर में भारी पेट की जलन का कारण बन सकते हैं।

4. साधारण चीज़ें जिन्हें आप अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकते हैं

  • सोते समय सिर को हल्का ऊंचा रखें।
  • पेट पर भारी कपड़े न पहनें और ज़िप या पट्टी वाली कमीज़ से बचें।

इन घरेलू नुस्खों में आसानी से पेट में जलन और एसिडिटी के लगातार होने वाले लक्षणों से निजात पा सकते हैं। इन नुस्खों के बाद भी यदि समस्या बनी रहती है तो तत्काल अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Also Read: https://avashyakata.com/9-hidden-reasons-why-your-stomach-is-always-bloated/

निष्कर्ष 

पेट में जलन और एसिडिटी क्यों होती है, यह समझना सही इलाज और राहत की दिशा में पहला कदम है। गलत खान-पान, तनाव और अनियमित जीवनशैली इसके सबसे आम कारण हैं, जिन्हें समय रहते सुधारा जा सकता है। सही डाइट, स्वस्थ आदतें और प्रभावी घरेलू उपाय अपनाकर पेट की जलन और एसिडिटी की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, अगर लक्षण बार-बार या लंबे समय तक बने रहें, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसी स्थिति में विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी होता है ताकि पाचन तंत्र से जुड़ी किसी गंभीर समस्या को समय पर पहचाना जा सके। सही जानकारी और सही मार्गदर्शन से पेट की सेहत को लंबे समय तक बेहतर रखा जा सकता है।

Frequently Asked Questions

1. पेट में जलन और एसिडिटी क्यों होती है?

पेट में जलन और एसिडिटी मुख्य रूप से अधिक एसिड बनने, गलत खान-पान, तनाव और अनियमित जीवनशैली के कारण होती है। मसालेदार भोजन, देर रात खाना और तुरंत लेटना इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।

2. पेट में जलन के सबसे आम लक्षण क्या हैं?

पेट में जलन, सीने में जलन, खट्टी डकार, पेट में भारीपन और कभी-कभी मतली इसके सामान्य लक्षण हैं। लंबे समय तक बने रहने पर ये एसिड रिफ्लक्स या GERD का संकेत हो सकते हैं।

3. एसिडिटी के लिए सबसे असरदार घरेलू उपाय कौन-से हैं?

हल्का भोजन करना, केला या ठंडा दूध लेना, अदरक का सेवन और खाने के बाद सीधे बैठना एसिडिटी में राहत देता है। ये उपाय पेट की जलन को शांत करने में मदद करते हैं।

4. क्या पेट में जलन रोज़ होना खतरनाक है?

अगर पेट में जलन और एसिडिटी रोज़ या लंबे समय तक हो रही है, तो यह गंभीर पाचन समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

5. पेट में जलन से बचने के लिए क्या-क्या नहीं खाना चाहिए?

बहुत ज्यादा मसालेदार, तला-भुना, खट्टा भोजन, कैफीन और शराब से बचना चाहिए। ये सभी चीजें पेट में एसिडिटी और जलन को बढ़ा सकती हैं।

 

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